परिकल्पना के चर्चे भी प्रिंट मीडिया में हैं और हरिभूमि दैनिक में भी कई ब्लागर्स के लेख मौजूद हैं।
‘ब्लाग की खबरें‘ के स्टाफ़ में अब हो गए हैं 14 वर्चुअल जर्नलिस्ट।
अमन का पैग़ाम ने 50 लेखकों के लेख पेश करके गोल्डन जुबली मनाई।
आल इंडिया ब्लागर्स एसोसिएशन पर शालिनी जी का एक बहुत ही अच्छा लेख आज देखने में आया है जिसमें उन्होंने ऐसी दाईयों के बारे में जानकारी दी है जो कि जन्म होने के बाद देखती हैं कि लड़की है या लड़का और अगर लड़की पैदा होती है तो वह लड़की की गर्दन मरोड़कर उसे कूड़े में दबा देती है और वसूलती है अपना ‘मेहनताना‘।
इस तरह की बहुत सी खबरें आज ऐसी हैं जिन्हें कि आपकी जानकारी में होना चाहिए।
अखिल ब्रह्मांड ब्लागर्स संगठन का गठन हुआ।
एक खबर यह भी है कि अखिल ब्रह्मांड ब्लागर्स संगठन के गठन की बधाई देने हम गए तो हमारा कमेंट ही भाई लोगों ने मिटा दिया.
लेकिन इसके बावजूद वहां आप शिखा वार्ष्णेय जी की गर्मी में खींची गई फ़ोटो देखकर समझ जाएंगे कि अब होली आने ही वाली है। वहां आप एक घोड़ा भी देखेंगे और उसके साथ दो ब्लागर्स भी मौजूद हैं।
नहीं, नहीं , कोई अश्वमेध यज्ञ नहीं होने वाला है भाई। अब न कोई राजा है और न ही ऐसी रानियां हैं जो अश्वमेध यज्ञ को झेल सकें।
बस ऐसे ही बैठे ठाले का एक ब्लाग तफ़रीह के लिए बना लिया है जिसमें रामगढ़ के ठाकुर से लेकर उड़न तश्तरी तक है।
चालीस के लगभग कमेंट भी पहली पोस्ट पर आ चुके हैं। हालांकि अब न तो ब्लागवाणी है और न ही चिठ्ठाजगत है लेकिन भाई लोगों को टिप्पणी लेने और देने की ऐसी लत पड़ चुकी है कि टिप्पणी ज़रूर करेंगे।
इंदुपुरी जी को इस संगठन का सचिव चुना गया है और सच बात तो यह है कि अध्यक्ष और सचिव साहिबा ने आपस में जो वार्तालाप किया है उससे पता चलता है कि औरतों में ‘सेंस आफ़ ह्यूमर एंड विट‘ कितने ग़ज़ब का होता है ?
shikha varshney said...
अब इस ठाकुर को अध्यक्ष बना ही दिया गया है तो ये अपने दोनों लूले हाथों को जोड़कर प्रवक्ता जय,वीरू से गुजारिश करता है कि गब्बर ( इन्दुपुरी जी ) के संरक्षण में इस संगठन का कार्य आरम्भ किया जाये और सभी रामगढ (हिंदी ब्लॉग जगत )वासियों से विनर्म निवेदन है कि इस शुभ कार्य मे हाथ बटायें.इस होली पर इस रामगढ में एक और हिट शोले बनाने में अपना योगदान दें.. बहुत बहुत धन्यबाद आप सबका.
2 March 2011 15:31
इंदु पुरी गोस्वामी said...
@शिखा वार्ष्णय हा हा हा मुझे गब्बरसिंह बना दिया? दुष्ट! इस बार तो फिर गब्बर नाचेगा होली पर और.....बसंती देखेगी.पर....कांच की गिलास,बोतल्स तोड़ कर फैंकना मना है.गब्बर मधुमेह रोगी है.पैर में कांच लग गया तो रामगढ़ का क्या होगा? हा हा हा पर अच्छा लगा आपका ये अंदाज़ मुझे. प्यार
2 March 2011 16:40
shikha varshney said...
अरे इंदु जी ! आपके जैसे प्यारे गब्बर के रहते यहाँ किसी और की जुर्रत जो ये रूतबा संभाले???अब तो ये शोले आपके ही कन्धों पर टिकी है.हमें तो वैसे भी गोपनीयता की शपथ खिला दी गई है :) :). प्यार के लिए आभार :)
2 March 2011 17:02
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भारतीय ब्लाग लेखक मंच ने भी एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करते हुए ऐसे ईनाम देने की घोषणा की है जो कि आज तक ब्लाग जगत में नहीं बांटे गए होंगे। प्रेम विषय दिया है तो ईनाम में वे ऐसा क्या देंगे ?
यह समय ही बताएगा। उसके निर्णायक मंडल में डा. श्याम गुप्ता जी, रेखा श्रीवास्तव जी और निर्मला कपिला जी के साथ एक निर्णायक मैं भी हूं।
अरे भाई ! अभी तो खुद मेरा ही निर्णय ब्लाग जगत नहीं कर पाया तो मैं ब्लागर्स का निर्णय कैसे दे पाऊंगा ?
इस प्रतियोगिता का नाम उन्होंने महाभारत दिया है तो शायद इसकी एक वजह यह है कि एलबीए पर भाई हरीश जी खुद मेरे साथ महाभारत का लुत्फ़ ले चुके हैं और आदरणीय भाई डा. श्याम गुप्ता जी तो अभी तक मेरे सामने मैदान में डटे हुए हैं ‘हिंदी ब्लागर्स फ़ोरम इंटरनेशनल‘ पर। यहां निर्णायक मंडल के जजों में अभी भी क़लम की तलवारें खिंची हुईं हैं और शब्द के बाणों की बौछार भी वे कर ही रहे हैं लेकिन फिर भी दूसरों का फ़ैसला ये करेंगे ?
इसी का नाम है नियति।
वैसे महाभारत का फ़ैसला करना भी उन्हीं को चाहिए जो कि महाभारत का प्रैक्टिकली एक्सपीरिएंस रखते हों। ऐसे में मेरा चुनाव कुछ ग़लत भी नहीं है।
क्यों ?
और सबसे आखिर में
आज हमारी वाणी की सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली पोस्ट्स में सबसे ऊपर हमारा वही कमेंट है जिसे एबीबीएस के मालिक ने मिटाने की नाकाम कोशिश की क्योंकि हमने उसे कमेंट गार्डन पर पब्लिश कर दिया। आप भी ऐसा कर सकते हैं बल्कि आप सभी के पास एक एक कमेंट गार्डन होना चाहिए जहां पर आप अपने सब न सही लेकिन कुछ ख़ास कमेंट्स ज़रूर सुरक्षित रख सकें। तब कोई भी आपके कमेंट को मिटाते हुए सौ बार सोचेगा कि यहां से अगर मिटा दिया तो फिर भी कमेंट देने वाले का विचार ब्लागर्स तक पहुंचकर ही रहेगा। ब्लागिंग में किसी के नज़रिये को दबाना मुमकिन ही नहीं है। आज की घटना ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है।
अब कुछ बातें अपने सहकर्माी वर्चुअल पत्रकारों से
जो रिपोर्ट आपने पढ़ी आप इसी पैटर्न पर ब्लाग जगत की घटनाओं की रिपोर्टिंग करें। इसमें आप किसी ब्लागर का इंटरव्यू भी ले सकते हैं। आप खुद अपने ब्लाग जगत के अनुभव भी शेयर कर सकते हैं। किसी तकनीकी समस्या को भी आप सामने ला सकते हैं और यदि कोई समस्या आपको परेशान कर रही थी और आपने उसे दूर किया है तो उसे भी सबके सामने ला सकते हैं। जो कुछ भी आप करें, उसका ताल्लुक़ ब्लाग जगत से होना चाहिए। हमें ब्लागर्स के सामने ब्लाग जगत की वे घटनाएं लानी हैं जो कि आम तौर पर सबके सामने नहीं आ पातीं। सभी लोग एक परिवार हैं तो सभी को एक दूसरे की राहत और मुसीबत का इल्म रहना बहुत ज़रूरी है।
सूचना एक शक्ति है। आप ब्लाग जगत की घटनाओं को मामूली हरगिज़ न समझें। हुकूमत से बेदखल करने तक की ताक़त रखती हैं वे सूचनाएं जो इंटरनेट के माध्यम से फैलती हैं। इसीलिए ज़रूरी है कि अफ़वाहों को रोकने के लिए सच्चाई सबके सामने लाई जाए।
http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/03/mahabharat-on-blog.html
‘ब्लाग की खबरें‘ के स्टाफ़ में अब हो गए हैं 14 वर्चुअल जर्नलिस्ट।
अमन का पैग़ाम ने 50 लेखकों के लेख पेश करके गोल्डन जुबली मनाई।
आल इंडिया ब्लागर्स एसोसिएशन पर शालिनी जी का एक बहुत ही अच्छा लेख आज देखने में आया है जिसमें उन्होंने ऐसी दाईयों के बारे में जानकारी दी है जो कि जन्म होने के बाद देखती हैं कि लड़की है या लड़का और अगर लड़की पैदा होती है तो वह लड़की की गर्दन मरोड़कर उसे कूड़े में दबा देती है और वसूलती है अपना ‘मेहनताना‘।
इस तरह की बहुत सी खबरें आज ऐसी हैं जिन्हें कि आपकी जानकारी में होना चाहिए।
अखिल ब्रह्मांड ब्लागर्स संगठन का गठन हुआ।
एक खबर यह भी है कि अखिल ब्रह्मांड ब्लागर्स संगठन के गठन की बधाई देने हम गए तो हमारा कमेंट ही भाई लोगों ने मिटा दिया.
लेकिन इसके बावजूद वहां आप शिखा वार्ष्णेय जी की गर्मी में खींची गई फ़ोटो देखकर समझ जाएंगे कि अब होली आने ही वाली है। वहां आप एक घोड़ा भी देखेंगे और उसके साथ दो ब्लागर्स भी मौजूद हैं।
नहीं, नहीं , कोई अश्वमेध यज्ञ नहीं होने वाला है भाई। अब न कोई राजा है और न ही ऐसी रानियां हैं जो अश्वमेध यज्ञ को झेल सकें।
बस ऐसे ही बैठे ठाले का एक ब्लाग तफ़रीह के लिए बना लिया है जिसमें रामगढ़ के ठाकुर से लेकर उड़न तश्तरी तक है।
चालीस के लगभग कमेंट भी पहली पोस्ट पर आ चुके हैं। हालांकि अब न तो ब्लागवाणी है और न ही चिठ्ठाजगत है लेकिन भाई लोगों को टिप्पणी लेने और देने की ऐसी लत पड़ चुकी है कि टिप्पणी ज़रूर करेंगे।
इंदुपुरी जी को इस संगठन का सचिव चुना गया है और सच बात तो यह है कि अध्यक्ष और सचिव साहिबा ने आपस में जो वार्तालाप किया है उससे पता चलता है कि औरतों में ‘सेंस आफ़ ह्यूमर एंड विट‘ कितने ग़ज़ब का होता है ?
shikha varshney said...
अब इस ठाकुर को अध्यक्ष बना ही दिया गया है तो ये अपने दोनों लूले हाथों को जोड़कर प्रवक्ता जय,वीरू से गुजारिश करता है कि गब्बर ( इन्दुपुरी जी ) के संरक्षण में इस संगठन का कार्य आरम्भ किया जाये और सभी रामगढ (हिंदी ब्लॉग जगत )वासियों से विनर्म निवेदन है कि इस शुभ कार्य मे हाथ बटायें.इस होली पर इस रामगढ में एक और हिट शोले बनाने में अपना योगदान दें.. बहुत बहुत धन्यबाद आप सबका.
2 March 2011 15:31
इंदु पुरी गोस्वामी said...
@शिखा वार्ष्णय हा हा हा मुझे गब्बरसिंह बना दिया? दुष्ट! इस बार तो फिर गब्बर नाचेगा होली पर और.....बसंती देखेगी.पर....कांच की गिलास,बोतल्स तोड़ कर फैंकना मना है.गब्बर मधुमेह रोगी है.पैर में कांच लग गया तो रामगढ़ का क्या होगा? हा हा हा पर अच्छा लगा आपका ये अंदाज़ मुझे. प्यार
2 March 2011 16:40
shikha varshney said...
अरे इंदु जी ! आपके जैसे प्यारे गब्बर के रहते यहाँ किसी और की जुर्रत जो ये रूतबा संभाले???अब तो ये शोले आपके ही कन्धों पर टिकी है.हमें तो वैसे भी गोपनीयता की शपथ खिला दी गई है :) :). प्यार के लिए आभार :)
2 March 2011 17:02
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भारतीय ब्लाग लेखक मंच ने भी एक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करते हुए ऐसे ईनाम देने की घोषणा की है जो कि आज तक ब्लाग जगत में नहीं बांटे गए होंगे। प्रेम विषय दिया है तो ईनाम में वे ऐसा क्या देंगे ?
यह समय ही बताएगा। उसके निर्णायक मंडल में डा. श्याम गुप्ता जी, रेखा श्रीवास्तव जी और निर्मला कपिला जी के साथ एक निर्णायक मैं भी हूं।
अरे भाई ! अभी तो खुद मेरा ही निर्णय ब्लाग जगत नहीं कर पाया तो मैं ब्लागर्स का निर्णय कैसे दे पाऊंगा ?
इस प्रतियोगिता का नाम उन्होंने महाभारत दिया है तो शायद इसकी एक वजह यह है कि एलबीए पर भाई हरीश जी खुद मेरे साथ महाभारत का लुत्फ़ ले चुके हैं और आदरणीय भाई डा. श्याम गुप्ता जी तो अभी तक मेरे सामने मैदान में डटे हुए हैं ‘हिंदी ब्लागर्स फ़ोरम इंटरनेशनल‘ पर। यहां निर्णायक मंडल के जजों में अभी भी क़लम की तलवारें खिंची हुईं हैं और शब्द के बाणों की बौछार भी वे कर ही रहे हैं लेकिन फिर भी दूसरों का फ़ैसला ये करेंगे ?
इसी का नाम है नियति।
वैसे महाभारत का फ़ैसला करना भी उन्हीं को चाहिए जो कि महाभारत का प्रैक्टिकली एक्सपीरिएंस रखते हों। ऐसे में मेरा चुनाव कुछ ग़लत भी नहीं है।
क्यों ?
और सबसे आखिर में
आज हमारी वाणी की सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली पोस्ट्स में सबसे ऊपर हमारा वही कमेंट है जिसे एबीबीएस के मालिक ने मिटाने की नाकाम कोशिश की क्योंकि हमने उसे कमेंट गार्डन पर पब्लिश कर दिया। आप भी ऐसा कर सकते हैं बल्कि आप सभी के पास एक एक कमेंट गार्डन होना चाहिए जहां पर आप अपने सब न सही लेकिन कुछ ख़ास कमेंट्स ज़रूर सुरक्षित रख सकें। तब कोई भी आपके कमेंट को मिटाते हुए सौ बार सोचेगा कि यहां से अगर मिटा दिया तो फिर भी कमेंट देने वाले का विचार ब्लागर्स तक पहुंचकर ही रहेगा। ब्लागिंग में किसी के नज़रिये को दबाना मुमकिन ही नहीं है। आज की घटना ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है।
अब कुछ बातें अपने सहकर्माी वर्चुअल पत्रकारों से
जो रिपोर्ट आपने पढ़ी आप इसी पैटर्न पर ब्लाग जगत की घटनाओं की रिपोर्टिंग करें। इसमें आप किसी ब्लागर का इंटरव्यू भी ले सकते हैं। आप खुद अपने ब्लाग जगत के अनुभव भी शेयर कर सकते हैं। किसी तकनीकी समस्या को भी आप सामने ला सकते हैं और यदि कोई समस्या आपको परेशान कर रही थी और आपने उसे दूर किया है तो उसे भी सबके सामने ला सकते हैं। जो कुछ भी आप करें, उसका ताल्लुक़ ब्लाग जगत से होना चाहिए। हमें ब्लागर्स के सामने ब्लाग जगत की वे घटनाएं लानी हैं जो कि आम तौर पर सबके सामने नहीं आ पातीं। सभी लोग एक परिवार हैं तो सभी को एक दूसरे की राहत और मुसीबत का इल्म रहना बहुत ज़रूरी है।
सूचना एक शक्ति है। आप ब्लाग जगत की घटनाओं को मामूली हरगिज़ न समझें। हुकूमत से बेदखल करने तक की ताक़त रखती हैं वे सूचनाएं जो इंटरनेट के माध्यम से फैलती हैं। इसीलिए ज़रूरी है कि अफ़वाहों को रोकने के लिए सच्चाई सबके सामने लाई जाए।
http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/03/mahabharat-on-blog.html
7 टिप्पणियाँ:
भाई मैंने पहले ही बता दिया था की इस सामुदायिक ब्लॉग का सिर्फ एक ही मकसद है, हिंदी लेखन के साथ प्रेम व भाईचारे को बढ़ावा देना, आप और भाई श्याम गुप्ता की कोई निजी दुशमनी नहीं बल्कि वैचारिक मतभेद है.आप दोनों के बीच जो चल रहा है वह मेरी नजर में एक अघोषित लेखन प्रतियोगिता है. वह रुकने वाली भी नहीं नहीं है सच तो यह है की आप दोनों के बीच कोई निर्णायक भी नहीं है.. आप दोनों को जज मैंने बड़ा सोच विचार के बाद बनाया है. विजेता की घोषणा पर आप दोनों कैसे सहमती बनायेंगे यही तो मुझे देखना है. दो सामान मानसिकता वालो को जज बनाया होता तो बड़े आसानी से निर्णय हो जाता किन्तु अब साबित करना पड़ेगा कैसे वह lekhak विजेता है. asli प्रतियोगिता तो आप jajo के बीच है. निर्मला कपिला जी ने असमर्थता जताई है. रेखाजी अभी तक शांत है. मुझे लगता है आप दोनों को ही निर्णय लेना पड़ेगा. अंतिम निर्णय मेरा होगा और वह भी इतनी आसानी से नहीं.......घबराइए मत मेरे ऊपर पक्षपात का आरोप आप दोनों नहीं लगा पाएंगे.
एक बात और अभी तक मुझे ब्लोगर पत्रकार बनने का अवसर मुझे नहीं मिला है. आप को बता दू मैं बिना किसी भेदभाव के पत्रकारिता करता हु. वही आप अपने मंच पर पर भी देंखेंगे. जिस तरह अख़बारों में नेताओ और अधिकारीयों की बखिया उधेड़ता हु उसी तरह वहा ब्लोगरो की बखिया ............./ अभी आपका आमंत्रण नहीं मिला मुझे.
भाई साहब सबसे पहले मैंने भाई सलीम को निमंत्रित किया था । वे आए और फिर किसी गुफ़ा में समाधि ले बैठे । उनके बाद जिन्हें न्यौता उनमें एक आप हैं । दूसरों को निंमत्रण पहुंचा तो आपको क्यों नहीं ?
डा. श्याम गुप्ता जी एक लायक़ आदमी हैं । काम और प्रेम की साहित्यिक जानकारी उन्हें मुझसे ज्यादा है लिंग पूजा की भी उन्हें गूढ़ जानकारी है । प्रेम विषय के लिए वे एक suitable person हैं ।
और बम्बई वाली पवित्रा जी का क्या रहा भाई ?
dr.sahab haresh ji ne vakai tareef ke kabil kam kiya hai jo shaym ji aur aapko nirnayak bana diya ab vakai is pratiyogita me bhag lene me aanand aayega.
doosri bat daiyon vala lekh maine nahi saleem khan ji ne likha hai tareef aap unki kijiye.
teesri bat blog jagat ki khabron ko halke se to koi birla hi le sakta hai hamare bas ka to ye hai nahi.
पर---हरीश जी यह प्रथमचरण कब तक है...? कोई समय सीमा नहीं है क्या....
@ sHALINI JI ! tARIF AUR SAHI JANKARI KE LIYE SHUKRIYA.
इसी के साथ मैं चाहता हूँ कि हमारी वाणी के सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाली दस पोस्ट्स की जानकारी रोजाना दी जाये . जो इस ज़िम्मेदारी को निभा सके वह सामने आये और पहली बार कुछ अद्भुत करने का गौरव पाए जिसे कि सारा ब्लाग जगत देखेगा .
आप भी इसी तरह अपनी अपनी पोस्ट्स का खुलकर यहाँ प्रचार कर सकते हैं.
कृपया यहाँ कविता और लेख की चंद लाइनें देकर उनका लिंक दे दिया कीजिये ताकि पाठक उन्हें आपके या सम्बंधित ब्लागर्स के ब्लाग पर ही जाकर पढ़े . इस तरह हम हिन्दी ब्लागर्स की कुछ भी सेवा कर सके तो हम कामयाब माने जायेंगे .
आइये अपना हाथ बढिए .
जो लोग सदस्य बन चुके हैं वे तुरंत अपनी सेवाएँ देना शुरू कर दें.
ऐसी हमारी विनती है .
@HAREESH BHAI SAHAB ! APKO DOBARA TIBARA BHI INVITE KIYA JA CHUKA HAI , AAKHIR AAP AAYENGE KAB ?
romanch hone laga.
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