टूट गए
सारे सपने
सभी इरादे
उसकी बेवफाई से
लाइफ लगने लगी
रुहानी
ना जाने क्यूं
चांदनी रात में
भटकता है मेरा मन
उजली रातें
लगने लगी मौत की रात
रह गयीं यादें
उस बेवफा की
वह प्यार के नगमें
पार्कों मे घूमने की यादें
भूल नहीं पा रहा हूं
खुद से
अपनी जिन्दगी में।
मंगलवार, 17 अप्रैल 2012
उस बेवफा की यादें
4/17/2012 06:44:00 am
mangal yadav
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