शनिवार, 12 नवंबर 2011

कहाँ है भगत सिंह की दुल्हन ?

आदरणीय अन्ना अंकल,
कल मैंने हमारी कक्षा की दो लड़कियों की बातें छुप कर सुनी।, आपको बता दूं
” भगत सिंह कितना रोमांटिक रहा होगा, ना?“
” तुम्हे कैसे पता ?“
” क्यों हिस्ट्री के पीरियड में मैडम बता तो रही थी कि उसने सपने तो देखे किसी ”क्रान्ति“ के लेकिन दुल्हन बना लिया ”आज़ादी“ को . इसी अफेयर की वज़ह से तो उसे प्राण भी गंवाने पडे़ .“
” सो सैड. मारा गया बेचारा. मैं तो कहती हूं यह ओनर-किलिंग रही होगी “
” सो तो है ही. इस क्रान्ति ने भी जाने कितने लड़कों को मरवाया होगा “
” यू मीन, क्रान्ति इतनी बेकार है?“
”और नहीं तो क्या ? नहीं तो आज़ भी लड़के हमारी बजाए उसी के पीछे न भागते?“
” सही कहा. वैसे टीचर ने क्या बताया भगत सिंह की दुल्हन का क्या हुआ?“
” स्टुपिड ओनर-किलिंग एक तरफा नहीं होती . किसी न किसी ने तो उसे भी ज़रूर ही मारा या टार्चर किया होगा?“
अंकल जी उसके बाद की बातें नहीं सुन पाया क्योंकि चेतना और जागृति नाम की ये दोनों लड़कियां विवेक और चेतन्य नाम के लड़कों के साथ गप्पें हांकने लगी, जो इन्हे खोजते हुए यहां आ गये थे.
अंकल जी आप ही बताईये, जिस देश की चेतना और जागृति इतनी स्टुपिड हों , और जिस देश के विवेक और चेतन्य उनके पीछे चक्कर काटते हों, उस देश को गुलाम होने से कोई रोक सकता है?
वैसे उन बेवकूफ लड़कियों के एक सवाल में मैं अभी तक उलझा हूं कि भगत सिंह की दुल्हन का क्या बना होगा ? भगत सिंह की ओनर-किलिंग तो सभी जानते हैं किसने की थी .
आपका अपना बच्चा
मन का सच्चा
अकल का कच्चा
प्रदीप नील

2 टिप्पणियाँ:

Swarajya karun ने कहा…

भौतिकवाद की चकाचौंध में भारतीय समाज की मानसिकता में एक शर्मनाक परिवर्तन देखा जा रहा है . आपकी यह धारदार व्यंग्य रचना इसे रेखांकित करती है . आभार .

प्रदीप नील वसिष्ठ ने कहा…

@ Swarajya karun
आभार तो आपका कि आपने मेरी रचना के मर्म को समझा और उत्साहवर्धक टिपणी दी
मेरे ब्लॉग www.neel-pardeep.blogspot.com पर आपका हमेशा ही स्वागत है
धन्यवाद
प्रदीप नील

Add to Google Reader or Homepage

 
Design by Free WordPress Themes | Bloggerized by Lasantha - Premium Blogger Themes | cna certification