एक बेरोजगार लड़के ने भगवान की पूजा की और कहा कि हे भगवान मुझे जॉब दिलवा दो। मैं आपको देशी के लड्डू का प्रसाद चढ़ाउंगा। उस लड़के को जॉब मिल गई। लेकिन फिर भी उस लड़के ने भगवान को प्रसाद नहीं चढ़ाया। जब उससे उसके दुसरे दोस्त ने कहा कि कम से कम भगवान को तो धोखा मत दे। उनसे किया वादा पूरा कर। तब उस लड़के ने कहा कि मैं भगवान के साथ कोई धोखा नहीं कर रहा हूं। मैं उनको प्रसाद जरूर चढ़ाना चाहता हूं, लेकिन मेरे सामने एक परेशानी है।तब उसने मुझे पूरी बात समझाते हुए कहा कि मैंने भगवान को असली देशी घी के लड्डू चढ़ाने का वादा किया था। पर मैं क्या करूं, मुझे अब तक असली देशी घी के लड्डू नहीं मिले हैं। जहां भी जाता हूं, वहां पर कुछ ना कुछ मिलावट जरूर मिलती है। अब तो सुना है कि भारत जिस विश्वकप को लेकर इतना खुश है। उसकी ट्रॉफी भी नकली है।
भारत में मिलावट का बाजार इतना बढ़ रहा है, कि कुछ भी असली नहीं मिल रहा है। हर चीज में मिलावट आ रही है। अब मैं भगवान को नकली लड्डू का प्रसाद चढ़ाकर उनका अपमान नहीं करना चाहता। मैं भगवान को लड्डू जरूर चढ़ाउंगा, लेकिन असली देशी घी के। अब देखना है कि बाजार में असली देशी घी के लड्डू कब तक आएंगे।
गुरुवार, 7 अप्रैल 2011
देशी घी के लड़्डू
4/07/2011 09:20:00 pm
avneesh
11 comments
11 टिप्पणियाँ:
avneesh ji, aiye bhadohi khilata hu. achchhi prastuti abhar.
मिलावट पर अच्छी लघु कथा
कहने से क्या फर्क पड़ता है, हमें पता हम लोंगो की बुद्धि कहा होती है. लोगो को अपनी सोच बदलनी चाहिए. अच्छी प्रस्तुति
मिलावट पर अच्छी रचना, गलत कमेन्ट लग गया था, सॉरी
बहुत सटीक कटाक्ष...
घी के लड्डू तभी चढ़ाएंगे जब बाजार में असली घी आयेंगे और असली घी तभी आयेंगे जब आप मेरे ब्लॉग पे आयेंगे | मेरे ब्लॉग http://www.akashsingh307.blogspot.com/ पे असली घी के लड्डू का इन्तेजाम किया गया है|
जरुर पधारे |
hahahahahahahaha mast hai
किर्ती हेगडे जी धन्यवाद।
हरीश सिंह जी धन्यवाद।।।
उत्साह बढ़ाने के लिए संगीता जी आपका धन्यवाद। कोशिश करूंगा की इससे भी अच्छा लिखूं। आप मेरी कुछ रचनाएं मेरे ब्लॉग पर देख सकती हैं। मेरा ब्लॉग पता हैः- avneeshkumar.wordpress.com
very nice....
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