आज कल बलात्कार जैसे आम बात हो गई हें ,आये दिन न्यूज़ पेपर में हमे ऐसी न्यूज़ देखने को मिल जाती हें ,अभी आज ही मैंने पढ़ा हें कि एनसीपी विधायक दिलीप वाघ पर बीस साल कि लड़की को नौकरी का झासा देकर दुष्कर्म किया ,जानकारी के मुताबिक विधायक और उनके पिए महेश माली ने नासिक के एक गेस्ट हाउस में नौकरी दिलाने के नाम पर लड़की को बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म कीया,पुलिस ने जाँच शुरू कर दिया हें विधायक अभी फरार हें ,यहा कि कानून व्यवस्था इतनी कमजोर क्यों हें कि कोई किसी के साथ बलत्कार करने कि हिम्मत करे ,मै तो चाहता हू कि बलत्कार की सजा सात साल नही बल्कि फाँसी होनी चाहिए जिससे किसी को भी बलत्कार करने की जल्दी हिम्मत नही पड़ेगी हम रोज न्यूज़ पेपर में देखते हें कि कही ना कही बलत्कार रोज हो रहा हें आखिर ये कब तक चलेगा नबालीगो के साथ दलितों के साथ कब तक चलेगा ये अब तो सरकार को जागना ही चाहिए और कोई कड़ा कदम उठाना ही चाहिए, अभी मैंने देखा लखनऊ में किशोरी लड़की के साथ जबरदस्ती बलत्कार कीया ,किसी भी लड़की की जीवन ये समाज के हैवान दो पल में तबाह कर देते हें ,इनके अन्दर इंसानियत नाम की कोई चीज तो हें ही नही ,अब इस विधायक को ही देख लिजिये जब हमने इन्हें विधायक नही चुना था तब ये कहते थे ,माता जी ,बहन जी ,दादी जी ,भइया ,चचा आदि, की फला-फला चुनाव चिन्ह पर ही मुहर लगाइए और हमे सेवा करने का मौका दीजिये, आज जब हम ने इनको चून दीया तो आज ये सब आदर देना भूल गए साथ में यह भी भूल गये की जिस जनता ने आज हमको यहा तक पहुचाया हें और उसी जनता के बहू बेटियों के साथ दुष्कर्म कर रहे हें ,अगर आपको नौकरी नही दिलानी थी तो साफ मना कर दीया होता ,क्या बलत्कार करने के बाद ही नौकरी देंगे नौकरी तो दीया नही किसी को बदनाम जरुर कर दीया इन हैवानो को समाज में जीने का कोई अधिकार नहीं है खुद की बहू बेटियों को घर में छुपा के रखेंगे और दूसरो के बहू बेटियों के साथ दुष्कर्म करेंगे, बस मै सरकार से इतना अपील करना चाहता हू की इन समाज के हैवानो को सरकार कड़ी से कड़ी सजा दे और दूबारा इन्हें कभी भी मंत्रिमंडल मै ना बैठने दे ,
सौरभ दुबे
5 टिप्पणियाँ:
बिलकुल सही सौरभ जी ,यही होना चाहिए .आज यही तो नहीं हो रहा है इसलिए ही तो ये घटनाएँ बढती जा रही हैं..
सही कह रही हें आप नही हो रहा हें तो, क्या हुआ हम सोई हुई सरकार को जगाने की कोशिस करेंगे
saurabh ji jrur aisa hona chahiye eske liye hmen milkar krantikari kadam uthane ki aavshaykta hai
सही कह रहे हो क्रन्तिकारी कदम ही उठाना पड़ेगा
aisi ghatnao par rok lagni chahiye.
एक टिप्पणी भेजें