नशीली आँखों का कमाल बाकी है, इस साकी का सवाल बाकी है, बेमानी है मधुशाला में जाना, नशे के लिए तेरा ख्याल काफी है.
गुरुवार, 28 जुलाई 2011
मनु सृजन!!!: नशे के लिए तेरा ख्याल काफी है.
7/28/2011 11:44:00 pm
Manoranjan Manu Shrivastav
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नशीली आँखों का कमाल बाकी है, इस साकी का सवाल बाकी है, बेमानी है मधुशाला में जाना, नशे के लिए तेरा ख्याल काफी है.
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