क्रिकेट के विश्व कप आयोजन के संदर्भ में :
हार जीत तो चलती ही रहती है , उसकी कोई बहुत ज्यादा अहमियत नहीं है । अहमियत है कारोबार की , धंधे , मुनाफे और प्रचार की जो कि उत्पादों को मिलता है खेलों के जरिए और इसीलिए कंपनियाँ खेल प्रतियोगिताओं को स्पॉन्सर करती हैं और अब इसी हेतु ब्लॉगोत्सव का आयोजन भी कोई कंपनी कर रही है ताकि बाँटने वाले रेवड़ियाँ बाँट सकें उन्हें जिन्हें वे अपना समझते हैं।
2 टिप्पणियाँ:
सच कहा गुरु जी.
THANKS BROTHER .
ALVIDA , APNE BKK KA DHYAN RAKHIYEGA , AB APKE SUPURD HAI
BLOG KI KHABREN .
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