व्यंग (मंगल यादव) आपको दरबार में खूब लूट मची है भैय्या जैकलिन ने सरदार से पूछा? सरदार ने मुस्कराते हुए जवाब दिया किस चीज की लूट जैकलिन ! जैकलिन ने हंसते हुए कहा सरदार जी मुझे सब पता है आपके राज में सचमुच रामराज है। लेकिन रामराज जनता का नहीं, बल्कि मंत्रियों और अधिकारियों का ---जब चाहें अपना उल्लू सीधा कर ले कोई भी। सरदार बड़े चौकस होकर बोले आप तो हमारी ईमानदारी पर शक कर रहे हैं। वैसे भी आप विदेशी हैं आपको इंडिया की बातें कैसे पता.... जैकलिन ने कहा सरदार जी जिसे आप अपना खास समझते हो दरअसल वह अपना ही आदमी है....क्या हमें नही पता आपके सिपाहकार मंत्री कितने ईमानदार दागी हैं। सरदार ने तीखे स्वर में जवाब दिया ...हमारी छवि साफ-सुधरी रही है। हमने अपने देश का आर्थिक विकास इतना किया है पिछली सरकारें भी इतनी विकास नही कर पायीं। जैकलिन ने कहा सरदार जी झूठ मत बोलो हम आपके मंत्रीगण को अच्छी तरह जानते हैं। आपकी सरकार में कई घोटाले हुए है...आपके मंत्री तो सरकारी खजाने को खाली करने में लगे हैं। सरदार जी ने जवाब दिया ऐसा आप कैसे कह सकते हैं...... जैकलिन ने मुस्कराते हुए कहा सरदार जी क्या हमें नहीं पता आप बार-बार डीजल-पेट्रोल के दाम क्यों बढ़ाते हैं? वो तो देश के विकास के लिए बढ़ाया जाता है...कंपनियों के नुकसान की भरपाई करना भी तो सरकार का फर्ज है....सरदार जी ने बड़े ही सरल स्वभाव में जवाब दिया। जैकलिन ने कहा सरदार जी सब मुझे पता है आप के राज में आपकी जनता के ऊपर इस समय क्या बीत रही है...लोग बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं, महंगाई के कारण गरीब परिवारों में एक टाइम चूल्हा चलता है तो दूसरे टाइम लोगों को चूल्हा जलाने के लिए सोचना पड़ता है। सरदार ने कहा जैकलिन तुम मेरे पास आए हो मुझे इन्सलर्ट करने या फिर कोई काम के लिए------ जैकलिन ने कहा सरदार जी मैं आपको बदनाम करने के लिए नहीं आया हूं..बल्कि एक काम से आया हूं.... सरदार ने कहा जैकलिन अपना काम बोलो ....बाकी सब ठीक है तुम्हें चिंता करने की कोई जरुरत नही है। जैकलिन ने बड़े ही शालीन अंदाज में बोला सरदार जी हमें भी अपने मंत्रियों के कामकाज में हाथ बटाने दो ना.... सरदार जी ने कहा जैकलिन तुम कैसे मंत्रियों के काम में हाथ बटाओगे...तुम्हारा वहां पर क्या काम....? जैकलिन ने कहा सरदार जी हम भी थोड़ा सा लूट-घसोट मचाएंगे...आपको भी उसमे से मिलेगा.... सरदार जी ने कहा हम अपनी पार्टी में ईमानदारी के लिए ही जाने जाते हैं इसलिए ऐसा हम सीधे तौर पर आपकी कुछ भी नही मदद कर सकते। जैकलिन ने कहा सरदार जी वैसे आपको जानकार हैरानी होगी हम आपके पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के जितने करीबी हैं उतने आप नहीं होगे...अगर आप सरकार का मुखिया बने रहना चाहते हैं.. तो आपको कुछ न कुछ मदद करनी ही होगी.... सरदार जी ने कहा ठीक है आप हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपना काम कर करिए...हम आपके लिए किसी न किसी सौदे के लिए रास्ता बनाते हैं.... वैसे आप वीवीआईपी लोगों के लिए सौदे में ज्यादा हाथ मार सकते हैं। जैकलिन ने कहा बहुत-बहुत धन्यवाद सरदार जी..... सरदार जी ने कहा ठीक है...जरा होशियारी से काम कीजिएगा क्योंकि यहां पर सामाजिक संगठनों के लोग ज्यादा सक्रिय हैं। मीडिया भी पीछे पड़े जाएगी तो कोर्ट से हमे बेइज्जत होना पड़ेगा। कोई बात नही सरदार जी जांच एजेंसी तो अपनी ही है...बाकी रही कोर्ट की बात आपको तो पता है ही कोर्ट से कुछ होने वाला है नही....आपकी पार्टी के सरकार के दौरान किसी घोटाले में आजतक किसी को सजा मिली है....जैकलिन ने मजाकिया अंदाज में कहा... सरदार जी ने कहा ठीक है....आप अपना काम कीजिए...जो होगा देखा जाएगा।
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