गुरुवार, 12 जुलाई 2012

तरकश ! Turkash !: स्वर्ग की तुझको देवी कह के

आसमान में लाखों तारे
जगमग जगमग करते सारे
चुन चुन के सब दे दूँ तुझको
बोल तुझे हैं कौन से प्यारे.
आ सजा दूँ तेरे बदन पे इनको
झिलमिल झिलमिल ये नज़ारे.
स्वर्ग की तुझको देवी कह के
वंदन करता सांझ सकारे

तरकश ! Turkash !: स्वर्ग की तुझको देवी कह के:

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