ब्लॉग जगत में महिला चिट्ठाकारों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है .आशा है कि सभी महिला चिट्ठाकार अपने सार्थक लेखन से चिट्ठाजगत को ऐसे ही समृद्ध करती रहेंगी -
''आओ करें वंदना उस देवी की
जिसकी नूतन दीपशिखा ने जग-चमकाया .
'शिखा'-'शालिनी' की है कामना दूर सभी भय हो ,
बढें सफलता -पथ पर हम
'''नारी की जय हो !''
[कविता में वर्णित महिला चिट्ठाकारों के ब्लॉग पर जाकर उन्हें उत्साह वर्धन करें .हम प्रोफाइल पर जाकर चिट्ठाकार द्वारा बनाये गए ब्लॉग में से किसी भी एक ब्लॉग का लिंक यहाँ दे रहें हैं .यदि कोई त्रुटि रह जाये तो हम क्षमाप्रार्थी है .इसे अन्यथा न लें .हमारा उदेश्य महिला चिट्ठाकारों के नाम से चिट्ठाजगत को परिचित कराना मात्र है .जो भी त्रुटि हो टिप्पणी के माध्यम से बताएं .]
लेखिका-shikha kaushik
सहायिका- shalini kaushik .
7 टिप्पणियाँ:
जगत को एक उत्कृष्ट ओहदे का दर्शन जगत जननी ने ही करवाया है।अत: इस जगत जननी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम॥
जय हो, जय हो, जय हो, हम सभी के यहाँ जाकर बधाई देंगे साथ ही उन्हें यहाँ आने का न्योता भी देंगे, साथ ही आपसे निवेदन है, हमारी माताओ, बहनों को यहाँ निमंत्रित करें.
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प्रिय शालिनी जी ,
इतना प्यारा तोहफा दिया है आपने। ह्रदय अभिभूत है आपके स्नेह से । इश्वर से प्रार्थना रहेगी की स्त्रियाँ हर क्षेत्र में आगे आये और समाज में अपना स्थान बनाएं।
आभार।
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आपका बहुत-बहुत आभार ...।
शालिनी जी एवं शिखा जी ,
आपका बहुत धन्यवाद जो आपने मेरा ब्लॉग यहाँ सम्मिलित करने योग्य समझा ..
Harish ji aapka nyota sar aankonpe!
Kahiye kab lekhan chahiye aur kis vishaype?Yaa vishay mai chun lun?
aapka aabhar... aapki satarkta aur drishti ke liye badhayi..sadar.. deepti
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