अंदाज ए मेरा: घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो, यूँ कर लें......: दस साल का अनिकत पुलिस की वरदी में आज बरबस ही निदा फाजली साहब के गजल की चंद पंक्तियां जेहन में आ गईं। पंक्तियां थीं, ‘’घर से मस्जिद है...
बुधवार, 4 अप्रैल 2012
अंदाज ए मेरा: घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो, यूँ कर लें......
4/04/2012 12:46:00 am
Atul Shrivastava
No comments
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें