शनिवार, 31 दिसंबर 2011

नया साल, नया सबेरा

आप सभी को नए साल 2012 की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई

हर बार की तरफ इस बार भी नया साल आ गया एक नई उम्मीदें लेकर।

इस साल में लोगों को काफी भरोसा है जिन्दगी की नई शुरुआत करने का। पिछले साल 2011 की यादें सभी के जेहन में हैं जिन्हें सभी निकालना चाहेंगे। पिछले साल महंगाई ने आम आदमी के कमर तोड दिया। खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छूए। जापान में भीषण त्रासदी आयी जिसकी वजह से देश के परमाणु संयत्रों पर सवाल उठे। इस साल निश्चित तौर पर लोग नई शुरुआत करना चाहेंगे।

फूलों का गुलदस्ता लेकर बधाई देने के साथ ही नए साल का सबेरा शुरु हो चु्का है। इस वर्ष हम कैसे अपने करियर को नई उंचाई दें इस पर हमें गहन विचार करना चाहिए। पिछले साल हमने क्या पाया, किन-किन चीजों में असफलता मिली उस पर विजय प्राप्त करने के लिए एक प्लान बनाकर आगे बढने की जरुरत है।

आइये हम आप को बताते हैं नया साल मनाने की परंपरा. कब और कहां कैसे मनाया जाता है…..

नया साल हर देश में उत्सव की तरह मनाया जाता है। लेकिन हर देश में अलग-अलग तरीके और भिन्न-भिन्न रुपों में मनाया जाता है। रोम के शासक जुलियस सीजर ने ईशा से 45 साल पहले एक कैलेंडर बनाया था। उस समय विश्व में पहली बार 1 जनवरी को नया साल मनाया गया। भारत में 1 जनवरी को नए साल मनाने की प्रथा पश्चिमी देशों से आयी है। वैसे भारत में नय़ा साल विभिन्न धर्मो के लोग भिन्न-भिन्न तिथियों को मनाते हैं। अक्सर मार्च और अप्रैल के महीनों में ही नया साल पडता है। पंजाब में नया साल बैसाखी के नाम से 13 अप्रैल को मनाया जाता है। सिख नानक शाही कैलेंडर के अनुसार 14 मार्च को होला मोहल्ला नया साल के रुप में मनाया जाता है।

केरल, तमिलनाडू पश्चिम बंगाल में 14 अप्रैल को नया वर्ष मनाया जाता है। वैसे तो तमिलनाडू में 15 जनवरी को पोंगल के रुप में नया साल मनाने का चलन है। कश्मीर में 19 मार्च को नवरेह को नया साल मनाये जाने की परंपरा है। आंध्र प्रदेश में उगादी और कर्नाटक में उगाडी चैत्र माह का पहला दिन नया साल के नाम से जाना जाता है। मरवाडी और गुजराती लोग दीपावली को नए वर्ष के ऱुप में मनाया जाता है। महाराष्ठ में गुडी पडवा के नाम ते मार्च- अप्रैल में नया मनाया जाता है। जबकि मुस्लिम समुदाय में नया साल मुहर्रम के रुप में मनाया जाता है।

1 टिप्पणियाँ:

Sarv Mitter ( News Anchor ) ने कहा…

very nice mangal ji.... lage raho...
aap to mere chhanel ki jaan hai....

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