. सभी लेखक भाई-बहनों को भारती ब्लॉग लेखक मंच की तरफ से प्रणाम. बंधुओ आज मैं पूरे पांच माह एक दिन का हो गया. मुझे स्थापित करने में क्या योगदान रहा आप सब भलीभांति परिचित है. जब मुझे इस सफ़र पर चलने के लिए कड़े नियम बना दिए गए तो आप लोग नियमो का पालन क्यों नहीं करते, मेरे बाल्यकाल में ही क्यों आप मुझे बेमतलब के लफड़े में डालते हैं. अब ऐसा नहीं होना चाहिए. नियमानुसार छह माह की अवधि पूर्ण करने पर नियमो का प्रयोग करना आवश्यक है. जो लेखक इन दिनों न तो कोई पोस्ट किये और न ही कोई टिपण्णी किये उन्हें मंच से कोई लगाव नहीं लिहाजा वे बाहर होंगे. नए व प्रतिभाशाली लेखको को मौका दिया जायेगा. आप लोग जानते है मुझे काफी दौड़ लगानी पड़ी. समकक्ष ही नहीं पुराने मंचो व संगठनो को पाठक संख्या व समर्थको से भी पीछे छोड़ दिया. अब मुझे भी नए रंग रूप में आना है. इसके लिए सलाहकारों की आवश्यकता होगी. जिसे हरीश जी, मिथिलेश जी और योगेन्द्र जी चुने. शीघ्र ही. भारतीय ब्लॉग लेखक मंच के लेखको को एक तोहफा देने जा रहे हैं योगेन्द्र जी और हरीश जी, जो अपने अभी सोचा नहीं होगा. मैंने पहले ही कहा था. छः माह में एक तोहफा BBLM के लेखको और पाठको को मिलेगा. नियम के तहत यहाँ पूरी पोस्ट लगानी है, उसके पश्चात् लिंक भी दिया जा सकता है. पर कुछ लेखक इसका पालन नहीं कर रहे है. लिहाजा एक लेखक की कुछ पोस्ट हटाई जा रही है. सभी को प्रणाम.
9 टिप्पणियाँ:
jo bahar hai kya wh tippani kar sakta hai ?
BBLM ko badhai .
sahi kadam uthaya hai aapne .
aapke tohfe ke intzar me bblm ke sadasya taktaki lagaye baithe hain plz dijiyega zaroor kahin bhool n jaiyega.
badhai.
साहेब जी, अमूमन मैं बहुत ही कूल रहता हूँ. पर आपके पोस्ट में मुझे आंदोलित कर दिया है.
कल ही मैंने एक पोस्ट किया था.अपने ब्लॉग पे लिख के शेयर द लिंक बनाया , ज्यादा टेक्निकल नहीं होने की वजह से मुझे ज्ञात नहीं की उससे आधा पोस्ट शेयर होता या पूरा. परन्तु अब ये ज्ञान ज़रूर हो गया की आधा ही होता है. खैर आपने मेरे पहले पोस्ट को ही डिलीट कर दिया. इससे मैं बहुत ही आहात हुआ.
अब मैं , आपको चैलेंज कर रहा हूँ की मैं आपके इस साईट से बड़ा साईट बनाऊंगा, जहाँ पे ऐसा कोई नियम नहीं होगा की पूरा ही पोस्ट करना है.
बड़ों की इज्ज़त करना हमारे संस्कार में है. अतः आपकी बातों को मैं एक सिख की तरह हीं लूँगा. मुझे उस वक़्त बुरा लगा था, और भावावेश में मैंने उपरोक्त बाते कह डालीं. पर क्या हुआ अगर भावावेश में ही कही है तो. आप बड़े लोगो का आशीर्वाद चाहिए .
ek hi comment do baar aa gya tha isliye ek hata liya
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