बारिश आयी
खेत में बोये बीज जिसने
उसके चेहरे पर खुशी लायी
सर पर छप्पर नहीं
उसके चेहरे पर दुःख लायी
एक अच्छी फसल की
उम्मीद में खुश हुआ
दूजा जान माल जाने के
डर से परेशान हुआ
एक हंस रहा,एक रो रहा
निरंतर कोई खुश ना रहता
ना ही कोई रोता सदा
सुख,दुःख हिस्से जीवन के
हर हाल में जीना होता
खेत में बोये बीज जिसने
उसके चेहरे पर खुशी लायी
सर पर छप्पर नहीं
उसके चेहरे पर दुःख लायी
एक अच्छी फसल की
उम्मीद में खुश हुआ
दूजा जान माल जाने के
डर से परेशान हुआ
एक हंस रहा,एक रो रहा
निरंतर कोई खुश ना रहता
ना ही कोई रोता सदा
सुख,दुःख हिस्से जीवन के
हर हाल में जीना होता
विधि का विधान
ऐसा ही होता
ऐसा ही होता
24-06-2011
1093-120-06-11
2 टिप्पणियाँ:
barish aayi nayi umeede nayi khwasihe laayi... bhut hi sunder rachna...
sundar rachna....
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