प्रश्न पूनम पांडे से !
कैसी आदिम सोच है तुम्हारी?
किस आधुनिक पीढ़ी का
प्रतिनिधित्व कर रही हो तुम ?
क्या पाना चाहती हो तुम
और कैसे ?
क्या तुम्हारा अनुसरण
कर स्त्री जाति फहरा
पायेगी सशक्तिकरण का झंडा ?
क्या तुम सोचती हो कि
स्त्री के पास अपनी देह के अतिरिक्त
कुछ भी नहीं ?
तुम्हारी मानसिकता इतनी
दिवालिया क्यों हो गयी ?
तुम्हारा नाम तो अमावस्या होना
चाहिए था फिर किसने
''पूनम ''रख दिया ?
तुमने तो आज नग्नता
10 टिप्पणियाँ:
vastav me poonam pandey stri shakti ke naam par kalank hain.aisee soch aur aisee striyon kee bataon ko darkinar kar dena chahiye ye andheren me bhatkengee to apne aap akl thikane aa jayegee.
bhut sahi kaha apne..kaas punam pandy bhi is baat ko samjh pati?
नग्नता अश्लीलता नही होती. किस बात पर इतना हल्ला ? हमारे देश में एक समुदाय नग्न ही रहता है और हम उसे आदर भी देते हैं! अश्लीलता का विरोध करिए, नग्नता तो प्राकृतिक है.
पूनम पांडे सफल हो गई . जो वह चाहती थी उसे मिल गया . पहले उसे ख़बरों के भूखे मीडिया ने तव्वज्जो दी ...आम जन तक उसकी शातिर हरकत पहुचाई और प्रसिद्द कर दिया अब बचा कूचा काम आप और हम जैसे लोग उसे ब्लॉग पर जगह देकर कर रहे है .
बहुत अच्छा।
सच में उसका नाम अमावस्या होना चाहिए था।
गहरी सोच।
सही कहा…… उसने नग्नता
को भी शर्मसार किया है।
सुनील अमर जी,
अश्लीलता नग्नता में न सही नग्नता के पिछे छिपे कारणों में है।
जहाँ नग्नता पूजनीय है वहाँ आदर्श कारण है। यहाँ नग्नता की मंशा ही प्रदर्शनीय है।
सुन्दर भावाव्यक्ति.....बधाई..
-----सुनील जी नगनता भाव में ही होती है, और अश्लीलता भी---यदि पूनम को नन्गा रहना है तो आपके द्वारा बताये गये समुदाय में ही जाकर रहना चाहिये वहां कोई हल्ला नहीं मचायेगा.....सभी अपनी पत्नी- पति -प्रेमी के आगे नन्गे होते हैं ,कौन हल्ला करता है....बाजार में नन्गा होना तो कानूनन भी अवैध है....अश्लील भी..
nagnta aur ashlilta sahi me sonch me hi hoti hai jab kisi ki sonch hi sahi galat ko sonchne se pare ho to koi kitni bhi use achhai ka path padha le wo apni hadd se gujrega hi punam pandey ho ya koi aur .
Shyam gupt ji ne bilkul sahi kah diya hai main aur jyada kya kahun ?
sabhi ka aabhar .
bahut sahi keha poonam ji!
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