बुधवार, 23 फ़रवरी 2011

कभी मेरा भी ख्याल आता होगा,दिल तुम्हारा भी रोता होगा



कभी मेरा भी ख्याल
आता होगा
दिल तुम्हारा भी
रोता होगा
हर लम्हा याद आता
होगा
मन  मिलने का करता
होगा
कोई तो ख्याल जहन में 
होगा
जो तुम्हें रोकता होगा
दिल निरंतर तुम्हारा था
अब  भी तुम्हारा है
अब बस खुदा का सहारा है 
मोहब्बत के मारों का
इतना ही फ़साना होता
उन्हें तो हर हाल में
लुटना होता
जुदाई का गम दिल
लगाने वालों को सहना होता
रोते रोते वक़्त काटना होता
22-02-2011 

4 टिप्पणियाँ:

शिव शंकर ने कहा…

कोई तो ख्याल जहन में
होगा
जो तुम्हें रोकता होगा

सुन्दर रचना।
आभार।

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

दिल के भाव सीधे दिलों तक पहुँच रहे हैं

हरीश सिंह ने कहा…

भावपूर्ण ग़ज़ल.......आभार

Minakshi Pant ने कहा…

प्यार के एहसास को खूबसूरती से चित्रित रचना |

Add to Google Reader or Homepage

 
Design by Free WordPress Themes | Bloggerized by Lasantha - Premium Blogger Themes | cna certification